हेमन्त कुमार देवदह संवाददाता ।
महराजगंज, 6 जुलाई 2021जिलाधिकारी डॉ. उज्ज्वल कुमार की अध्यक्षता में भूकंप आपदा पर आधारित संयुक्त अभ्यास एन.डी.आर.एफ. और अन्य हितधारकों के साथ मिलकर पं. दीन दयाल उपाध्याय इंटर कॉलेज में किया गया। संयुक्त अभ्यास डिप्टी कमांडेंट(एन.डी.आर.एफ) पी.एल. शर्मा के मार्गदर्शन में इंस्पेक्टर गोपी गुप्ता व डी.पी. चन्द्रा द्वरा संचालित किया गया। मॉक ड्रिल का उद्देश्य आपदाओं के दौरान राहत व बचाव कार्य की तैयारी जांचना एवं विभिन्न एजेंसियों के मध्य समन्वय स्थापित करना था।
पंडित दीन दयाल इंटर कॉलेज में सुबह 11 बजे मॉक ड्रिल की शुरुआत हुई। 11.20 मिनट पर अचानक स्कूलों की आपातकालीन घंटी बजी। छात्रों को भूकंप आने की सूचना दी गई। क्योंकि छात्र पहले से ही, प्रशिक्षित हैं कि भूकंप के दौरान क्या करना चाहिए | इसलिए छात्र घबराए नहीं, बल्कि सावधानी से डेस्क के नीचे सर ढंककर बैठ गए और डेस्क को कसकर पकड़ लिया। भूकंप थमने के बाद छात्र खुले स्थान पर इकट्ठा हुए जहां उनका हेड अकाउंट किया गया यह ड्रिल करीब 45 मिनट तक चलता रहा। इस दौरान स्कूल में एनडीआरएफ के 32 बचाव कर्मी मौजूद थे। ड्रिल के दौरान जिलाधिकारी डॉ उज्जवल कुमार स्कूलों में पहुंचे और जायजा लिया ।
तत्पश्चात इसकी सूचना एनडीआरएफ टीम को दी गई जो कि मौके पर *इंस्पेक्टर गोपी गुप्ता के नेतृत्व* में टीम घटना स्थल पर पहुंची और तुरंत ही बचाव और राहत कार्य शुरू कर दिया ।
इसी बीच सूचना मिलती है कि कुछ लोग बिल्डिंग के ऊपरी मंजिल में फंसे हुए हैं जहां पहुंचना बहुत ही मुश्किल कार्य था परंतु एनडीआरएफ की रोप रेस्क्यू टीम के बचाव कर्ता रोप तकनीकों का इस्तेमाल कर बिल्डिंग के ऊपरी मंजिल पर पहुंचकर फंसे हुए लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला l एनडीआरएफ की टीम का यह कार्य देखते ही बन रहा था लोगों ने इसकी बहुत प्रशंसा की l इसी दौरान सूचना मिलती है कि बिल्डिंग के भूतल में भी कुछ लोग फंसे हैं। एनडीआरएफ की सीएसएसआर टीम के बचावकर्ता अत्याधुनिक उपकरणों का इस्तेमाल करते हुए दीवार को काटकर पीड़ित तक पहुंचे, उनको फर्स्ट एड दिया और सुरक्षित बाहर निकाल कर अस्पताल के लिए रवाना किया।
ड्रिल की समाप्ति के बाद NDRF समेत सभी एजेंसियों को जिलाधिकार ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि मॉक ड्रिल 'सक्षम' ने दिखाया कि पूरी टीम वास्तव में आपदा का सामना करने में सक्षम है। यदि इस तरह के कार्यक्रमों के माध्यम से बच्चों को जागरूक किया जाए तो हम आपदा के दौरान काफी लोगों की जान बचा सकते हैं। साथ ही ऐसे आयोजन एन.डी.आर.एफ को बच्चों के समक्ष एक कैरियर विकल्प के रूप में प्रस्तुत करते हैं। जिलाधिकारी ने आगे कहा कि ऐसी परिस्थिति में जब हम विगत एक वर्ष से कोविड जैसी आपदा का सामना कर रहे हैं, ऐसे आयोजन और अधिक महत्वपूर्ण हो जाते हैं।
कार्यक्रम के दौरान पुलिस अधीक्षक प्रदीप गुप्ता, ए डी एम कुंज बिहारी अग्रवाल, डिप्टी कमाण्डेन्ट(एन डी आर एफ) पी.एल.शर्मा, एस डी एम (सदर) साई तेजा सीलम समेत अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
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