29 अप्रैल को एक साथ घोषित होंगे 10वीं और12वीं यूपी बोर्ड के परिणाम


उत्तरप्रदेश विशेष डेस्क 
यूपी (राज्य एक्सप्रेस) - यूपी बोर्ड के इतिहास में यह पहला मौका होगा जब अप्रैल माह के आखिरी हफ्ते में यूपी बोर्ड के दसवीं और बारहवीं का रिजल्ट घोषित होगा।

             उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद,

इलाहाबाद इस साल बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षाओं का परिणाम रिकॉर्ड समय में घोषित करने जा रहा है, यूपी बोर्ड हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षाओं के रिजल्ट 29 अप्रैल को घोषित की जाएगी। यूपी बोर्ड की सचिव नीना श्रीवास्तव ने यह जानकारी दी, गौरतलब है कि 6 फ़रवरी से 12 मार्च के बीच परीक्षाएं आयोजित की गईं थीं और उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन 17 मार्च से शुरू हुआ था, बता दें यह पहला मौका होगा जब यूपी बोर्ड का परिणाम अप्रैल में ही घोषित हो जाएंगे। दरअसल, यूपी बोर्ड ने दसवीं और बारहवीं की परीक्षाओं में गुणात्मक सुधार और पारदर्शिता लाने के लिए इस बार कई प्रयोग किए, जिसमें सबसे पहले जहां बोर्ड ने तीन माह पहले ही परीक्षा का कार्यक्रम जारी कर दिया था. तो वहीं नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए प्रदेश भर में परीक्षा केन्द्रों पर अनिवार्य रुप से सीसीटीवी कैमरे भी लगाये गए, बोर्ड परीक्षा में सख्ती के चलते 11 लाख 23 हजार से ज्यादा परीक्षार्थियों ने परीक्षा से तौबा भी कर लिया, जबकि यूपी बोर्ड ने पहली बार सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में ही उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य कराया गया। यूपी बोर्ड की सचिव नीना श्रीवास्तव के मुताबिक उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन पूरा कर लिया गया है, 29 अप्रैल को रिजल्ट घोषित कर दिया जाएगा।
       
          छात्रों - छात्राओं को प्रतियोगी परीक्षाओ में 
             शामिल होने में नहीं होगी दिक्कत

यूपी बोर्ड की सचिव नीना श्रीवास्तव के मुताबिक पहले यूपी कबोर्ड का रिजल्ट मई के आखिरी हफ्ते या फिर जून माह में घोषित किया जाता था जिससे छात्र-छात्राओं को कई बार प्रतियोगी परीक्षाओं में शामिल होने में काफी दिक्कतें भी होती थी, उनके मुताबिक समय से पहले रिजल्ट घोषित होने से छात्र-छात्राओं को समय से अगली कक्षाओं में प्रवेश भी मिलेगा और छात्र-छात्राएं प्रतियोगी परीक्षाओं में भी आसानी से सम्मिलित हो सकेंगे। बहरहाल, बीते कई सालों में यूपी बोर्ड की परीक्षाओं में नकल कि आ रही खबरों को लेकर जहां यूपी बोर्ड की साख पर बट्टा लग रहा था, वहीं एशिया के सबसे बड़े परीक्षा बोर्ड की विश्वसनीयता पर भी सवाल खड़े हो रहे थे. लेकिन राज्य सरकार और यूपी बोर्ड की ओर से वर्ष 2018 की दसवीं और बारहवीं की परीक्षा में उठाए गए कदमों से एक बार फिर से लोगों में यूपी बोर्ड के प्रति विश्वास और मजबूत होता दिख रहा है।

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